चकिया में नदारद हुए सफाईकर्मी, गाँव की नालियाँ जाम
रिपोर्ट - अरविंद सिंह मौर्य (चकिया/ चंदौली)
स्वच्छता को लेकर भरकस प्रयास के साथ सभी विभागों को सक्रियता बरतने के कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं अधिकारी चाहें जितने दावे करें कि सफाई कर्मचारी जिला, तहसील व ब्लाक मुख्यालयों में संबद्ध नहीं हैं, लेकिन बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी गांवों से नदारद हैं।गांवों की सफाई व्यवस्था धड़ाम पड़ी है। पंचायती राज विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
अधिकारियों ने सफाईकर्मी कृष्णा गुप्ता को चकिया ब्लॉक के अलीपुर भगड़ा ग्राम सभा की बड़ी जिम्मेदारी सौंप रखी है, सरकारी अभिलेखों में वह सफाईकर्मी राजस्व गांव अलीपुर भगड़ा में ड्यूटी पर तैनात भी दिखा रखा है
कृष्णा गुप्ता,सरोज कुमार,सुरेंद्र की नियुक्ति सरकारी अभिलेखों में सफाईकर्मी के पद पर है। दिलचस्प यह है कि ऐसे दर्जनों सफाई कर्मचारियों को बिना मूल काम को अंजाम दिए उन्हें बराबर वेतन भी निर्गत किया जा रहा है।
सबसे बड़ा सवालिया निशान प्रधान और पंचायत अधिकारियों के ऊपर लग रहा है कि बिना गांव गए और साफ सफाई किये उन्हें वेतन कैसे और किस आधार पर दिया जा रहा है? मनबढ़ हो चुके साहब बने इन सफाई कर्मचारियों की गैरहाजिरी से सफाई का कार्य शून्य है। अब देखना है कि कब जिलाधिकारी की नजर इन सफाई कर्मचारियों की कारगुजारी की ओर जाती है और यह गांवों में जाकर स्वच्छ भारत मिशन योजना को अमली जामा पहनाते हैं। सफाईकर्मीयो के मूल तैनाती वाले गांवों में नालियां कूड़े और कचरे से बजबजाते हुए बीमारियों को दावत दे रही हैं और जगह-जगह गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है।
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