करबला में इमाम हुसैन और उनके 72 शहीदों की याद में मोहर्रम का यौमे आशूरा मनाया गया।

 करबला में इमाम हुसैन और उनके 72 शहीदों की याद में मोहर्रम का यौमे आशूरा मनाया गया।



पूरी खबर उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र के करमा ब्लाक से है जहां तकिया गाँव में हर साल की तरह इस साल भी मुहर्रम का त्यौहार पूरे अकीदत से मनाया गया। इस दिन करबला में शहादत के वक्त इमाम हुसैन ने अपने चाहने वालों से कहा था कि जब कभी ठंडा पानी पीना तो अपने इमाम की कुर्बानी को याद करना। करबला की जंग में इंसानियत के साथ-साथ जिंदगी में पानी का महत्व भी बताती है। यजीदी फौजों को जब लगा कि वो इमाम और उनके बहत्तर साथियों से जीत नहीं सकते हैं तो उन्होंने पानी के एकमात्र स्रोत नहरे फरात पर फौजों का कब्जा लगा दिया। इमाम के काफिले में मौजूद छोटे-छोटे बच्चे रेगस्तिान में तीन दिन तक पानी को तरस गए थे। शहीदों की याद यह मोहर्रम को मनाया जाता है।



 सालों से जनपद के ग्राम पंचायत तकिया में मुहर्रम के दिन एक मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें बड़े पैमाने पर क्षेत्र के लोग सम्मिलित होते हैं। सुकृत, लोहरा, बट गाँव की ताज़िया भी यही आती है।



 इस दिन करीब 20 ताजियों का मिलान किया जाता है। इस दौरान लोगों द्वारा अपनी अपनी कलाबाज़ी का प्रदर्शन भी किया जाता है जैसे लकड़ी खेलना, तलवार चलना व बनेठी भाजना इत्यादि। क्षेत्रीय प्रशासन की देख-रेख में सकुशल शांतिपूर्ण तरीके से मुहर्रम मनाया गया व तकिया के कर्बला में मिट्टी दफ़न किया गया। वही इस कार्यक्रम में अखाड़े के उस्ताद जनाब अलिम खान, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि असग़र रज़ा, मतिउल्लाह, हकीमुल्ला, अलिम शाह, शमसुद्दीन, सुरेश, सुखराम समेत बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग शामिल हुए।

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